फ्रेंड तो आज हम आपको ले चलते हैं उत्तराखंड (Uttarakhand) ।
जो कि एक हिमालय का स्टेट है इसमें सुंदर पिक्स आइसिंग रिवर, कल कल करते हुए झरने, गेलेसियन स्टीम , फॉरेस्ट, आसमान को छूती हुई पहाड़िया, फलों से लदे हुए पेड़ और हर एक चीज जो कि इस प्यारी सी किंगडम में है जो की आपको उत्तराखंड(Uttarakhand) में देखने को मिलता है तो चलते हे उत्तराखंड (Uttarakhand) के सुंदर सुंदर नजारे देखने के लिए । तो चलते चलते में आपको कुछ उत्तराखंड (Uttarakhand) के बारे में बताती हूं तो उत्तराखंड (Uttarakhand) दो डिविजन में बटा हुआ हे पहला हे गढ़वाल डिविजन और दूसरा हे कुमाऊ डिविजन ।
इसको आप मेंप मे भी देख सकते हो की कोनसे डिविजन में कोन कोनसी जगह आती है तो सबसे पहला हम चलते हे गढ़वाल डिविजन की कुछ जगह को गुमने अगर आप 5-6 दिन का टूर कर रहे होतो आप इसको एक साथ कवर कर सकते हो । हम ने दिल्ली से शुरू किया है तो सबसे पहला हम चलते हे हरिद्वार । हरिद्वार से फिर आप ऋषिकेश। हरिद्वार और ऋषिकेश बिल्कुल नजदीक जगह है ।
खूबसूरत जगह समुद्र तल से 2800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जहां से आप नंदा देवी पिक, मानदेवी पिक कामकपर्वत पिक के शानदार और अद्भुत नजारे भी देख सकते हैं यहां हर साल स्किंग की चैंपियनशिप भी की जाती है तो चलिए आज में आपको लेकर चलता हूं ओली और आपको बताएगा कि कैसे ओली गुमने आ सकते हे और क्या है
ओली घूमने का सही तरीका, बात करते हैं कैसे पहुंचा जाए आप किसी भी कोने में मौजूद आपको हरिद्वार, देहरादून आना ही पड़ेगा यहां आप बाय फ्लाइट आना चाहते हैं तो नजदीकी एयरपोर्ट देहरादून में स्थित है देहरादून से औली की दूरी 278 किलोमीटर है बस में किराया करीब ₹750 रहता है ऑनलाइन बुकिंग में अब चाहे तो हरिद्वार में मौजूद टूर एंड ट्रेवल ऑफिस के थ्रू भी हरिद्वार से जोशीमठ का हो जाता है अगर आप हरिद्वार से मॉर्निंग में निकल गए हैं तो आप शाम तक जोशीमठ तक पहुंच जाएंगे आज हमको यही रखना होगा यहां पर बहुत सारे होटल्स रेस्टोरेंट्स अवेलेबल है
जोशीमठ में मीडियम क्लास के रूम 700 -800 में मिल जाता है इसके अलावा मैंने जोर से भी मिल जाए तो ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं या ऑफलाइन भी कर सकते हैं फूड फेसेलिटी कम ही बट कही कही पर आपको मिल जाते हे तो चलते हे कुछ खाने नेक्स्ट डे हम चलेंगे ओली गुमने अब हम चलते हैं जोशीमठ से औली ।
जोशीमठ से औली जाने के दो रास्ते हे तो हम बाय रोड से चल रहे है इससे आप अपने पर्सनल कार या टैक्सी या बस या बाइक लेकर भी जा सकते हैं या फिर आप जोशीमठ में मौजूद टैक्सी स्टैंड से भी टैक्सी लेकर जा सकते हैं यह 10 किलोमीटर की जर्नी रहेगी ड्यूरेशन 1 घंटे लग जाता है जिससे आपको दिए हुए रोड के पास में ड्रॉप करेंगे वहां से आगे रोड खत्म हो जाता वहां से आगै ना आप अपनी कार ले जा सकते हैं ना आपने बाइक आपयही फाइनल पॉइंट होता है बाय रोड जाने का अगर आप ओली में स्टे करना चाहते हैं तो यहीं पर मौजूद जीएम रोड के होटल में आप स्टे कर सकते हैं
इसके बाद ओली के टॉप पॉइंट पर जाने के लिए आपको चेयर लिफ्ट का सहारा लेना पड़ेगा चेयरलिफ्ट का टिकट करीब 300 से 500 रहता है जिसे बाद में बढ़ाकर 500 कर दिया गया सीजन के अकॉर्डिंग यह चेंज होता रहता है फिर से आप पॉइंट नंबर आठ पर जाएंगे वह जगह है जहां पर आप इसकी कराई जाती है और सारी एडवेंचर एक्टिविटीज वहीं पर होती है यह था बाय रोड जाने का तरीका लेकिन पीक सीजन में यानी कि दिसंबर , जनवरी या फरवरी के अंत में जहां बहुत ज्यादा स्नोफॉल होती है तो रोड पूरी तरह से ब्लॉक हो जाती है तो इस रोड को बंद कर दिया जाता है तो ऑप्शन कहता है कि आप रोप वे से जाना पड़ता है तो बताते हे उसकी भी जानकारी की केसे आप रोपवे से जा सकते हे जोशीमठ में ही टिकट काउंटर अवेलेबल है जहां पर आपको एक पर्सन का ₹1000 का टिकिट लगता है और यहां से ये 4 किलोमीटर का है रूप वे से पॉ गंगाइंट नंबर 10 तक जाया जाता है
यह हाईएस्ट पॉइंट है जहां सबसे ज्यादा स्नो आपको देखने को मिलेगी वह से टूरिस्ट 10 पॉइंट तक भी जाते हैं और करीब आधे पैसेंजर पॉइंट नंबर 8 पर ही उतर जाता है प्वाइंट नंबर 8 पर आपको खाने की बहुत सारी चीजें अवेलेबल मिल जाएगी वही पॉइंट नंबर 10 पर जो कि ओली का टॉप टेन पॉइंट्स है वहां फूड के ज्यादा ऑप्शन नहीं है वह केवल चाय , मेगी आदि यह मिल पाएगी यह आपको चूज करना है कि वह आपको कहां जाना है अब चलते हैं नैनीताल जिलों की नगरी नैनीताल जिलों की नगरी नैनीताल को भला कौन नहीं जानता यह जगह अपने खूबसूरत मौसम और नैना झील के कारण प्रसिद्ध है यहां पर्यटक नैना झील में वोटिंग करने के लिए आते हैं और सुहाने मौसम का मजा लेने के लिए आते हैं जिसके बाद में चलेंगे भीमताल ।
नैनीताल से कुछ ही दूरी में स्थित है यह नैनीताल की तरह ही यह भी खूबसूरत झील है यहां पर कई तरह के एडवेंचर, एक्टिविटीज और वाटर स्पोर्ट्स का मजा ले सकते हैं आप शांति से बोटिंग का मजा भी ले सकते हैं हम चलते हैं मसूरी पहाड़ों । इसको पहाड़ों की रानी के नाम से प्रसिद्ध है मसूरी भारत का सबसे फेमस पर्यटक स्थल है जहां पर लोग गर्मी और सर्दियों में भारी भीड़ भी आती है यहां के पर्यटक स्थल और घाटिया और शांति स्थान हर किसी को पसंद आता है
इसके बाद में हम चलते हैं देहरादून उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजधानी देहरादून राजधानी अपने टूरिस्ट प्लेस के लिए प्रसिद्ध है कहीं झरने, गुफाएं और प्राकृतिक नजारे हैं इसके अलावा यहां पर आसपास काफी सारे हिल स्टेशन भी हैं इसके बाद आता है धनोल्टी । यह मसूरी से कुछ दूरी पर स्थित से से है धनोल्टी एक छोटा सा हिल स्टेशन है अब हम चलते हैं ऋषिकेश तो आप रेडी है ऋषिकेश जाने के लिए चलिए फ्रेंड्स ऋषिकेश धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ में एडवेंचर
के लिए बहुत इंपॉर्टेंट है यहां पर लाखो लोग आते हैं घूमने के लिए यहां के एडवेंचर का मजा लेने के लिए यह योगा के लिए प्रसिद्ध है लेकिन चार धाम यात्रा के लिए यह पहला पड़ाव है चार धाम यात्रा यहां से शुरू होता है तो यह बहुत प्रसिद्ध है अब हम चलते हैं बद्रीनाथ बद्रीनाथ का नाम तो आपने सुना ही होगा यह भारत के चार धामों में से एक हैं और भगवान विष्णु को समर्पित है यहां हर साल लाखों लोग घूमने और भगवान बद्रीनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं अब चलते हैं वर्ल्ड फेमस केदारनाथ। महादेव को समर्पित और यह चार धाम यात्रा दूसरा भाग है यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं चलते हैं हरिद्वार
और हरिद्वार बहुत ही ज्यादा फेमस है इस जगह को भगवान शिव और भगवान विष्णु की भूमि भी कहा जाता है और यहां गंगा स्नान के लिए हर साल लाखों संख्या में लोग आते हैं अब हम चलते हैं (Uttarakhand) उत्तराखंड के गंगोत्री यहां से यमुना नदी निकलती है आप लोगों ने सुना होगा बुक्स वगैरह में दिया हुआ है और गंगोत्री चार धाम यात्रा का के लिए प्रसिद्ध स्थान है जहां पर मां गंगा का उद्गम होता है
यहां पर इसलिए यहां पर मां गंगा का पवित्र मंदिर है चार धाम यात्रा में गंगोत्री मंदिर भी शामिल है अल्मोड़ा यह हिमालय पर स्थित एक खूबसूरत शहर है यह पहाड़ी क्षेत्र का एक बड़ा शहर है इसके आसपास भी बहुत सारे खूबसूरत फूलों की घाटी तो आप यह देख सकते हैं यहां पर यहां खूबसूरत फूल अपने आप यहां पर अगर आप जाना चाहते हो तो जुलाई से सितंबर के बीच में जरूर जाना और यहां जब भी आओ तो जरूर देखना सबसे सुंदर और फेमस फूल ब्रह्म कमल को भी देख सकते हैं अगर आप जुलाई से सितंबर के बीच में आते हो तो इस फूल को जरूर देखना!
थैंक यू
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