
गंगासागर मेला ,वेस्ट बंगाल:- Gangasagar West Bangal
GangaSagar | आज हम जानेंगे वेस्ट बंगाल में होने वाले प्रसिद्ध गंगासागर मेला। कपिल मुनि आश्रम जिसके लिए दर्शन करने के लिए काफी लोग आते हैं और 1 साल किस तरह से यह मेला हो रहा है। कैसे हो, आप यहां पर पहुंच सकते हैं क्योंकि यहां पहुंचने के लिए दो-तीन बार में पहुंचना होता है। वह भी बहुत जरूरी इंफॉर्मेशन है। आपके लिए और क्या-क्या कोविड-19 प्रोटोकॉल और साल मैं आप कैसे आ सकते हैं और क्या-क्या खर्चा लगता है। क्या क्या खास है इस बार हर छोटी-बड़ी इंफॉर्मेश दूंगा।
गंगासागर मेला कैसे पहुंचे:- Gangasagar Mela Kaise Pahuche
GangaSagar | गंगासागर मेला तक पहुंचने के लिए सबसे पहले मैं कोलकाता के हावड़ा स्टेशन पर पहुंचा। हावड़ा रेलवे स्टेशन से मैं निकल रहा हूं। काग द्वीप के लिए और वहां से आगे की तरफ कैसे जाना है, वह भी मैं आपको बताऊंगा। हावड़ा से कांग द्वीप की दूरी लगभग 90 किलोमीटर है और बस आपको इसके लिए ₹ 65 देने पड़ेंगे और बस आपको कोलकाता के बाबू घाट से मिल जाएगी। कांग द्वीप में पहुंचने वाला हूं और रास्ते में अभी रुका हुआ हूं और जगह-जगह आपको साइन बोर्ड पूरे रास्ते में देखते रहेंगे और मिलेगा जो मेला आयोजन हो रहा। उसे रिलेटेड हर जगह कुछ लोग आंसर कुछ वेलकम मैसेज सब लिखा हुआ है तो पूरे रास्ते में यह आपको देखता रहेगा और गंगासागर नॉट ईट पर पहुंचाया जहां टैक्सी स्टैंड था और यहीं पर हूं और यहां से कांग द्वीप पर बसे जाकर रुक जाती हैं और फिर उसके बाद आप यहां से आगे पहुंच सकते हैं। हारवूड पॉइंट भी इसको कहते हैं। इसके बाद मैं यहां की जेटी नंबर चार पर पैदल ही पहुंचा।यहां पर टोटल 6 जेटी है, जिनमें से आपके 1जेटी पर से तो बड़ी-बड़ी गाड़ियां जाती है। मतलब गाड़ियों को ही ट्रांसफर किया जाता है और एक जेटी है। वह होता है इसके लिए और बाकी के जो चार जेटी हैं, उन से जाना पड़ेगा। मतलब नॉर्मल पब्लिक को जाना अगर होगा तो उससे जा सकते हैं तो जो 4jt अभी नंबर पर मैं पहुंचा हूं और यहां से अभी मैं वेसल के थ्रू कचुबेरिया तक जाऊंगा। अब बारी थी वेसल मैं बैठने की जो मुझे यहां से ले जाने वाली थी और वेसल में जीपीएस लगा हुआ है जो विजिबल भी ना होने पर भी इसको ट्रैक किया जा सकता है।और वेसल 20 से 25 मिनट में ही मैं कचुबेरिया पहुंच गया।और मैं कचुबेरिया तक मैं पहुंच गया हूं। अब यहां से कैसे आगे जाते हैं, यह तो देखना पड़ेगा। शायद बस से जाया जाता है और अभी तो फिलहाल पहुंचते छोटी-बड़ी चीजों के बारे में लगे थे साथी ही फ्री में पानी भी दीया जाता है।
यहां जगह-जगह पर अवेयरनेस के लिए आप यह सब देख सकते हैं। यह भी कॉविड शिविर लगाए गए हैं और इसमें बताया गया है कि वही कोरोनावायरस से कैसे बचाव कर सकते हैं। प्लास्टिक यूज ना करें। डस्टबिन का यूज करें तो यह बहुत अच्छी चीज लगी है कि यहां पर अवेयरनेस की जा रही है और अच्छा लग रहा है। बस स्टैंड पर और बस स्टैंड यही और एक टैक्सी स्टैंड दिया। केवल के K2 नंबर की बस जाती है जो कि आपको मेन गंगासागर के करीब में पहुंचा देगी। उसके बाद आप पैदल जा सकते हैं और यह बस स्टैंड देख रहा हूं। मैं अभी बड़े एरिया में है। बैक साइड में है और यहां पर पानी फ्री है।
कचुबेरिया से गंगासागर की दूरी:-
कचुबेरिया से गंगासागर GangaSagar की दूरी 30 किलोमीटर है और यह रोड भी काफी अच्छी है और लगभग आधे घंटे में ही मैंने मेला परिसर में पहुंच गया। जहां सबसे पहले मैं अपने रूम में भी आता है और।मैं निकल कर सबसे पहले पहुंचा कपिल मुनि आश्रम गंगासागर मेला का सबसे प्रसिद्ध मंदिर कपिल मुनि जी का मंदिर है। यहीं पर भक्तों के दर्शन करते हैं। यहां सब तरह के अरेंजमेंट किए गए हैं। प्रॉपर और अब देख रहे होंगे। लोगों की भीड़ भाड़ दी है और कोई प्रोटोकॉल का भी पालन किया जा रहा है क्योंकि यहां पर अगर देखेंगे। पूरे राउंड सरकल बनाया गया है। सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। बता दे जो भी आ रहा है। थोड़ा चीजों का ध्यान रखा जा रहा है। इस मेले में और बाकी भक्त हैं। दर्शन करने के लिए भी लोग आए हैं और अपनी अपनी श्रद्धा के अनुसार यहां पर अपनी अपनी मन्नतें भी मांग रहे या पूरा मंदिर देख रहे होंगे। तभी सुंदरता है। यहां पर कपिल मुनि का आश्रम काफी सुंदर है और यहां आपको नागा साधु और। संत भी मिलेंगे जिनका आशीर्वाद लेने के लिए भी बहुत तत्पर रहते हैं।
खाने के लिए:-
यह पराठा कितने का है? डेढ़ सौ रुपए किलो 2 ग्राम 800 ग्राम का पराठा खा सकते हैं और कहां पर मिल रहा है को सब्जी खाते हैं। पूरे पूरा फैला हुआ है। इधर ही आते यूनिट चीज है। अगर आप अपने फैमिली के साथ आते हैं तो इसको जरूर टेस्ट करें। 5:00 बजे न्यू ने डेड सो रुपए का है मतलब 1 किलो।और आपका पेट भर जाएगा पूरी फैमिली का गंगा सागर के तट की तरह यह है वह जगह जिसके लिए लोग देश-विदेश से यहां तक आते हैं और वह है गंगासागर का यह प्रमुख स्नान करते हैं और यहीं पर दर्शन पूजन करते हैं। एंजॉय भी करते हुए लोग आप को देखेंगे। यहां पर लिमिटेड लोग हैं। अभी यहां पर क्योंकि कोविड-19 रहा है और साथ ही जगह पर ही दर्शन करके और पूजन करके भी फोन नहीं माना जाता है। यहां पर लोगों के लिए इसलिए यहां पर आते हैं और बाकी आप देख रहे होंगे लोगों को। मां से अपनी जो इस गंगासागर की यात्रा है उसको पूरा एंजॉय कर रहे हैं क्योंकि यह फाइनल डेस्टिनेशन है जहां पर पहुंचकर लोगों की यह यात्रा कंप्लीट होती है!
मोक्ष की प्राप्ति स्नान करने से:-
और जैसा कि कहते हैं। यहां पर स्नान करने से यहां पर मोक्ष की प्राप्ति होती है तो सारे तीरथ बार बार गंगासागर एक बार और एक बार भी अगर आप आ गए। यहां पर तो आपकी जो जीवन है, वह सफल हो जाएगा तो यह ड्रेस चाहिए जो कि प्यार से इंस्टॉल किए गए हैं। इधर भी है उधर से बनाए गए हैं। मैं आपको प्रॉब्लम ना आए तो जरूर ड्रेस चेंजिंग रूम भी हो। पूरी तरह से फ्री भी है यहां पर हैं!
थैक्यू!
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