
द्वारिकाधीश कैसे पहुंच सकते है:- How to reach Dwarkadhish
Dwarkadhish temple | द्वारका आने के लिए आपके पास 3 मार्ग है 1 मार्ग की अगर बात करे, तो द्वारका रेलवे स्टेशन है,अदर वाइज अगर आपकी द्वारिका तक की ट्रेन नहीं मिलती है तो फिर आपको आना पड़ेगा राजकोट राजकोट जंक्शन है जहां से आपको द्वारका के लिए ढेर सारी आपको ट्रेन मिल जाएगी तो अगर आपको डायरेक्ट नहीं मिलती है तो आप राजकोट आकर भी द्वारका पहुंच सकते हैं और दूसरे सबसे बड़े शहर की बात करें दोस्तों वह आपका अहमदाबाद अहमदाबाद पहुंचना पड़ेगा और अहमदाबाद से भी आपको डायरेक्ट ट्रेन मिल जाएंगी द्वारका ट्रेन का ऑप्शन दूसरा ऑप्शन के बाद करे दोस्तों वह आपका बाई रोड रोड से अगर आप आते हैं तो आप अहमदाबाद राजकोट होते हुए द्वारका तक पहुंच सकते हैं वहीं अगर बात करे अगर आप बस से आ रहे हैं तो भी आप अहमदाबाद पहुंच कर भी बहुत सारी आपको डायरेक्ट द्वारका के लिए बस मिल जाएगी जो कि आपको 8 से 10 घंटे में पहुंचा देंगे तो आप अहमदाबाद से भी बस अपनी ले सकते हैं या फिर आप राजकोट से भी आपको बस मिल जाएगी और तीसरा ऑप्शन की बात करे दोस्तों वह आपका फ्लाइट से फ्लाइट से आना चाहते हैं और आप का माध्यम फ्लाइट है तो आपका नीयर एयरपोर्ट जो है दोस्तों वो आपका पोरबंदर पोरबंदर आकर द्वारका आ सकते हैं पोरबंदर से द्वारका को जो दूरी है वह 100 किलोमीटर के आसपास पड़ जाती है तो आप पोरबंदर से या तो बाय ट्रेन द्वारका चले जाइए या फिर आप टैक्सी हायर करके आ सकते हैं।
2:-द्वारिकाधीश में देखने के लिए क्या क्या है:- What is there to see in Dwarkadhish
Dwarkadhish temple | द्वारका पहुंचने के बाद अब हमको करना है दर्शन दर्शन करने से पहले आपको और भी कुछ चीजें करनी हैं उसके हम जान लेते हैं सबसे पहले आपको मंदिर के ठीक पीछे बना हुआ है गोमती घाट गोमती घाट में स्नान करने के बाद ही मंदिर में द्वारकाधीश का दर्शन करना शुभ माना जाता है तो आप पहले गोमती घाट में स्नान करें उसके बाद हम द्वारकाधीश के दर्शन करने के लिए बढ़ेंगे तो गोमती घाट में आपको इसलिए करना होता है क्योंकि यहां पर गोमती नदी और समुद्र का मिलाप होता है यानी कि यहां पर इन दोनों का संगम है इसलिए इस संगम में आपको स्नान करना अति आवश्यक है गोमती घाट में ही गोमती माता का मंदिर बना हुआ है उस मंदिर में आप दर्शन करना ना भूलियेगा वह दर्शन करिए और यहां पर अनेक छोटे-छोटे मंदिर है तो अब वहा भी जाकर दर्शन कर सकते हैं छोटे-छोटे मन्दिर आपके बहुत मिल जाएंगे तो हम द्वारकाधीश के दर्शन की तरफ जय श्री कृष्णा का जाप करते हुए नारे लगाते हुए हम मंदिर परिसर के अंदर प्रवेश करते हैं कि आपके द्वारका एक है, स्वर्गद्वार हमको मुख्य द्वार से जाना है यानी की स्वर्गद्वार से हमको प्रवेश का मंदिर के अंदर आपको मोबाइल कैमरा पत्रकार से आए हैं तो उसकी चाबी यह सब आपको वर्जित है तो इन सबको आप मंदिर पर ही बना हुआ है एक लॉकर जो कि फ्री ऑफ सर्विस है तो वहां पर आप अपने सामान रख दीजिए,और टोकन प्राप्त करके आप मंदिर परिसर में प्रवेश करिए जय श्री कृष्णा का नारा लगाते हुए हम मंदिर में प्रवेश करते हैं और प्रभु श्री कृष्ण का आप दर्शन करते हैं अपनी मनोकामनाएं मांगते हैं और जय श्री कृष्णा का जाप करते हुए आप मंदिर परिसर से बाहर आते हैं तो वहां मंदिर भी अनेक छोटे छोटे मंदिर है जो कि श्रीकृष्ण के अदा करती थी जैसे कि रुकमणी माता का मंदिर राधा जी का मंदिर जहां मोती माता का मंदिर इन सारे मंदिर में दर्शन कर लीजिए जो कि मंदिर परिसर के आस-पास ही हैं तो प्रभु श्री कृष्ण का दर्शन करने के बाद अब इन मंदिर को भी जरूरी बात करते कि अगर आप आरती में सम्मिलित होना चाहते हैं तो यहां पर मंदिर में एक दो टाइम में आरती होती है एक होती सुबह के आपकी 6:00 बजे और दूसरा होता है संध्या 6:30 बजे तो आपको अगर आरती में सम्मिलित होना है तो इन दोनों टाइम से पहले ही मंदिर में प्रवेश कर जाए, ताकि आप आरती में सम्मिलित होकर द्वारकाधीश का यानी कि प्रभु श्री कृष्ण का दर्शन कर सकते हैं और उनके आरती में सम्मिलित हो सकते हैं द्वारका में आपके लिए 2 दिन पर्याप्त है घूमने के लिए तो अगर आप 2 दिन घूमने बनाते हैं तो पहले दिन तो आप प्रभु श्री कृष्ण का दर्शन करिए और दूसरे दिन आप जाएंगे द्वारका के आसपास जो भी विजिटिंग प्लेस है वहां जाएंगे तो 2 दिन आपके लिए पर्याप्त है पूरे द्वारका को घूमने के लिए बात करते हैं कि हमको द्वारका में और कहां-कहां घूमना है और हमारा माध्यम क्या होगा तो घूमने के लिए सबसे पहले स्थान कि हम बात करे तो वह आपका पंचम दा पंचम दा तीर्थ जो है वह मंदिर परिसर के ठीक पीछे जो गोमती घाट था वही गोमती घाट से आपका एक बना हुआ है सुदामा सुदामा सेतु एक ब्रिज है केबल ब्रिज बना हुआ है तो इसके माध्यम से आप गोमती घाट के उस पार जाना है इस बीच से गुजरने के लिए आपको पहले लेना पड़ेगा एंट्री टिकट जो कि ₹10 चार्ज है एडल्ट का और बच्चों का है ₹5 तो आप टिकट कटवा लीजिए और हम सुदामा सेतु होते हुए हम जाएंगे पंच धंधा 5334 में हमको जाकर सबसे पहले पांच कुंडू के जल का स्वाद लेना है 203 में टोटल 5 कुंड पांच पांडवों के नाम पर 5 बनाए गए हैं और हरी कुंड में मिठे का स्वाद है मुंह मीठा स्वाद है और मीठा स्वाद होने के साथ-साथ सारे कुंड के जो जल है, उन सब का स्वाद अलग अलग भी है एक बार आप जाकर पादुकोण में जल का स्वाद जरुर लीजिएगा जो की मिठास और आपको मिलेगा तो रणधीर के पास ही वहां पर एक है लक्ष्मी नारायण जी का मंदिर तू 208 लक्ष्मण नाथ जी के भी दर्शन करिए वह मंदिर में चाहिए वह मदर डे की और कुछ समय आप बताइए आपको एक खूबसूरत पर एक बेहद शानदार आपको पेड़ देखने को मिलेगा और खूबसूरती है लाजवाब है अब हम वापस सुदामा सेतु होते हुए मंदी परीक्षा के पास आते हैं और हम निकलते हैं द्वारका टूर के लिए यानी कि और कौन-कौन से महत्वपूर्ण स्थान है जब जो हमको जाना चाहिए हम यह बात कर लेते कि हमारा माध्यम क्या होगा इस सारे टुर को घूमने के लिए आपके पास दो ऑप्शन है ट्रांसपोर्टेशन का पहला तो यह कि वहां बस में ₹ 100 का टिकट कटवा लीजिए प्रति व्यक्ति और वह बस आपको जो भी तीन से चार सपोर्ट है वह सारा घुमा कर आपको मंदिर परिसर में वापस छोड़ देगी पर बस वाले थोड़ा सा समय को कम देते हैं उस जितनी जगह लेकर जाते हैं वह वहां से आपको जल्दी बुलाकर अगले सपोर्ट के लिए रवानगी कर देते हैं यानी कि आपको समय मिलता है घूमने फिरने के लिए तो मैं बोलूंगा कि आप यहां पर ऑटो कर लीजिएगा सबसे पहला स्थान है दोस्तों आप का गोपी तलाव गोपी तलाव है जहां पर भगवान श्रीकृष्ण गोपियों के साथ रासलीला खेला करते थे तो यहां पर जाकर जरूर एक बार आप स्नान करियेगा क्योंकि यहां का स्थान पवित्र माना जाता है तो अपने साथ आप कपड़े भी लेकर जाए, नागेश्वर ज्योर्तिलिंग का मंदिर भोलेनाथ की ओम नमः शिवाय का जाप करते हैं तो आपका रुकमणी माता का मंदिर रुकमणी माता का मंदिर
काफी सुंदर है आप यहां भी जाकर माता का दर्शन करिए और उस समय आप यहां भी जाए,आखिरी स्थान की बात करते हैं वह आपका भेंट द्वारका भेंट द्वारका हमारी द्वारकाधीश मंदिर से टोटल 30 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है तो आप भेंट द्वारका जाइए और भेंट द्वारका समुद्र के बीच में टापू बना हुआ है उसी को हम भेंट द्वारका कहते हैं इसलिए कहा गया है प्रभु श्री कृष्ण के दो मित्र थे सुदामा वह पहली बार किसी जगह पर उनसे मुलाकात किए थे इस जगह का नाम भेंट द्वारका रखा गया है पहुंच चुके हैं अब हमको लेना है बोट बोट वाला आपका ₹ 10 पर पर्सन लेगा और वह आपको भेंट द्वारका लेकर जाएगा 5 किलोमीटर की दूरी पर है तो 15 से 20 मिनट लगते हैं अब आप बोट का आनंद लीजिए और भेंट द्वारका बोट द्वारका पहुंच सकते हैं भेट द्वारका में उतरने के बाद आपको 1 किलोमीटर अब और पैदल आगे जाना पड़ेगा तो पैदल भी जा सकते हैं या फिर आप ऑटो करके भी जा सकते ऑटो वाला आपका ₹10 पर व्यक्ति लेगा क्योंकि आपको द्वारका तक ले कर जाएगा तो फिर आपको मंदिर के पास छोड़ देगा पहले तो आप को दर्शन करना है प्रभु श्री कृष्ण के मंदिर दूसरे आपका सत्यभामा मंदिर तीसरे आपका राधा जी का मंदिर चौक है आपका जामवंती माता का मंदिर पांचवा है रुकमणी माता का मंदिर के सारे मंदिर जो है आस पास में ही है तो आप द्वारका में जाकर इन सारे मंदिर का दर्शन कर सकते हैं तो लेकिन यहां पर यह बताना चाहूंगा कि आप को पांचो मंदिर का दर्शन करने के लिए आपको मोबाइल कैमरा को अलाउड नहीं है तो वहां पर बना हुआ फ्री लॉकर मैं आप अपना मोबाइल कैमरा रख दीजिए और सारे मंदिर के दर्शन करिए और दर्शन होने के बाद आप अपने कैमरे मोबाइल वापस ले सकते हैं तो सारे पॉइंट द्वारका में घूमना है।
3:-द्वारिकाधीश के लिए मुख्य ध्यान रखने योग्य बातें:-
Dwarkadhish temple | आप सही टाईम मैं घूमने जाएं, एक एक पोइंट धूम कर देखें।
अपना आईडी कार्ड साथ लेकर आते। अपने सामान का ख्याल रखें।
4:-द्वारिकाधीश घूमने के लिए चार्ज:-
Dwarkadhish temple | द्वारका के लिए कुल खर्चा कितना आ जाएगा अगर आप 2 दिन का प्लान बनाते हैं द्वारका घूमने के लिए तो आपका पर प्रसन्न 1500 से ₹2000 खर्च आपको लग जाएगा जो कि पर्याप्त है आपको पूरे द्वारका घूमने के लिए इस खर्चा मै आपकी किसी भी तरीके की ट्रेन की टिकट आपके फ्लाइट की टिकट आपके बस की टिकट को ऐड नहीं किया है यहां पर सिर्फ द्वारका में होने वाले खर्च को मेंशन किया गया है,वह आपका 1500 से ₹ 2000 में आराम से घूम लेंगे और 2 दिन का सफर आपका रहेगा।
5:- द्वारिकाधीश में कहां रुके:-
रुकने के लिए अगर बात करे तो आपके पास तीन ऑप्शन है, पहले आप से बात करे जो कि सबसे सस्ता है वह आपका धर्मशाला मंदिर परिसर के आस-पास ही आप लोग बहुत सारे आपको धर्मशालाएं और बहुत सारे होटल देखने को मिल जाए जायेगी पर जो भी धर्मशाला जा कर रुक सकते हैं, अगर आपका बजट कम है ढेर सारे धर्मशाला उपलब्ध है मंदिर के आसपास गेस्ट हाउस द्वारकाधीश मंदिर की तरफ से आप रुक सकते हैं अगर आप मंदिर ट्रस्ट के गेस्ट हाउस देखना चाहते हैं तो वो भी आपको वहां मिलेगा,तीसरा ऑप्शन दोसा प्राइवेट होटल तो वहां पर मंदिर के आसपास ढेर सारी आपको प्राइवेट होटल भी देखने को मिल जाएंगे तो आप प्राइवेट होटल में भी रुक सकते हैं और उनका जो चार्ज होता है 24 घंटे का वह होता है आपका 500 से 1000 तक इस रेंज में आपको ढेर सारी होटल मिल जाएंगे।
6:-द्वारिकाधीश जाने का सही टाईम:-
द्वारका में आने की बात करे तो यहां पर आपके पास विंटर का समय सबसे बेस्ट है जहां पर भीड़ बिल्कुल नहीं होती है और आप शांत मन से कम भीड़ में प्रभु श्री कृष्ण का दर्शन आप आराम से कर सकते हैं, यानी कि नवंबर से लेकर जो फरवरी और मार्च तक का जो टाइम है यह टाइम तो आपके लिए बेस्ट है अगर आप भीड़ नहीं चाहते हैं और आप शांत मन से दर्शन करना चाहते थे यह टाइम आपके लिए बेस्ट है!
थैक्यू।
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